
दुनिया में तीन तरह के फोन यूजर्स है। पहले जो बेसिक फोन यूज करते है दूसरे एप्पल स्मार्टफोन यूज करने वाले और तीसरे Android का इस्तेमाल करने वाले है। इन तीनों कैटेगरी में एंड्रायड यूजर्स की तादाद काफी ज्यादा है। इसका सबसे बड़ा रिजन है की मार्केट में एप्पल डिवाइस के मुकाबले एंड्रायड फोन काफी किफायती दामों पर मिलते है। और कोई भी इन्हे आसानी से खरीद इस्तेमाल कर सकता है। हालांकि कोई भी यूजर अपने फोन को ज्यादा से ज्यादा 3 से 4 साल तक ही इस्तेमाल करता है। लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो फोन को तब तक इस्तेमाल करते हैं जब तक वो पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता। तो अगर आप उन पुराने Android यूजर्स में से हैं तो आपके लिए रास्ता यहीं खत्म होता है। Google जल्द ही इन स्मार्टफोन्स में बड़े ऐप्लिकेशन जैसे जीमेल, यूट्यूब, गूगल मैप्स को ब्लॉक करने जा रहा है।
कंपनी ने कंफर्म किया है कि, वो उन यूजर्स को Google अकाउंट में साइन इन करने से ब्लॉक कर देगी। आपको बता दें कि इन स्मार्टफोन्स पर वॉट्सऐप पहले से ही काम करना बंद कर चुका है। एंड्रॉयड 2.3 को एंड्रॉयड जींजरब्रेड के तौर पर लॉन्च किया गया था। उस दौरान एंड्रॉयड को एक्सटेंड करने के लिए गूगल इस तरह के नाम का इस्तेमाल करता था। इसे साल 2010 में लॉन्च किया गया था।
लेकिन अब 11 साल बाद Google एंड्रॉयड 2.3 को हमेशा के लिए बंद करने जा रहा है। कंपनी ने कहा कि वो एंड्रॉयड 2.3 से अपने सपोर्ट को हटा रही है। कंपनी ने इस कदम को अपने यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिए उठाया है। साल 2017 की अगर बात करें तो कंपनी ने गूगल पे कॉन्टैक्टलेस पेमेंट्स को उन हैंडसेट्स पर से सस्पेंड कर दिया था जो एंड्रॉयड 2.3 पर काम करते थे। लेकिन अब आने वाले 27 सितंबर से कोई भी यूजर जो एंड्रॉयड 2.3 पर अपना फोन चला रहा है वो अपने ईमेल में लॉगइन नहीं कर पाएगा।
कोई भी यूजर जब एंड्रॉयड डिवाइस में लॉगइन करने की कोशिश करेगा तो उसे पासवर्ड एरर दिखाई देगा. ऐसा तब भी होगा जब यूजर सही पासवर्ड डालेगा। ठीक यही एरर तब भी दिखाएगा जब आप अपने सेटिंग्स मेनू में गूगल कैलेंडर और जीमेल अकाउंट को एड करने की सोचेंगे। इसके अलावा दूसरे ऐप्स जो गूगल अकाउंट्स जैसे यूट्यूब, गूगल प्ले स्टोर, गूगल मैप्स, जीमेल और गूगल कैलेंडर के लिए ईमेल आईडी मांगते हैं वो भी काम करना बंद कर देंगे।
इन ऐप्स का इस्तेमाल जारी रखने के लिए, आपको Android 3.0 में अपग्रेड करना होगा। आपको बता दें कि, इसके बाद आपके पास सिर्फ एक ही ऑप्शन बचेगा और वो है नया स्मार्टफोन खरीदना। लेकिन अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो आप एंड्रॉयड पर सिर्फ कुछ सर्विस का ही फायदा उठा पाएंगे। लेकिन हैंडसेट पर ऊपर दिए गए ऐप्स हमेशा के लिए बैन हो जाएंगे।