
नई दिल्ली। Movie – Arjun Patiala
Starcast – Diljit Dosanjh, Kriti Sanon, Varun Sharma, Zeeshan Ayyub, Ronit Roy
Genre – Rom-Com
Rating – 2 Star
पंजाबी सिंगर कम एक्टर दिलजीत दोसांझ, कृति सेनन और वरुण शर्मा की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म बड़े पर्दे पर रिलीज हो गई है। लेकिन फिल्म में ना ही ज्यादा कुछ रोमांटिक लगा और ना ही फिल्म ज्यादा लोट-पोट करा पाने में सफल होती है। आइये आपको बताते है कैसी रही ये फिल्म क्या है इस फिल्म की कहानी…
कहानी
इस फिल्म की कहानी बताने से पहले ही बता दूं की यह एक स्पूफ फिल्म है। इस फिल्म की कहानी में ही एक कहानी है। और इसमें पहली फिल्म की कहानी शुरु एक स्क्रीप्ट राइटर से होती है। जो एक फिल्म प्रोड्यूसर (पंकज त्रिपाठी) को एक कहानी सुनाने जाता है। वैसे तो ये प्रोड्यूसर बस कहानी के जरुरी ingridients सुनकर ही फिल्म के लिए हां बोल देता है। लेकिन राईटर के जिद करने पर वह कहानी सुनने बैठ जाता है। यही से शुरु होती है दूसरी फिल्म की कहानी और इस कहानी में हीरो (दिलजीत दोसांझ), हीरोइन (कृति सेनन) और हीरो का दोस्त (वरुण शर्मा) है। साथ ही फिल्म के हिसाब से Love और Sad गाने है। एक गाना Sunny leone का भी जो फिल्म में डालना compulsary है। फिल्म में एक्शन हो इसके लिए नाम के 5 विलेन है। जो बस सिर्फ नाम के ही विलेन है और इन्ही विलेनों में से एक जिशान अय्यूब है।
अब इस कहानी के हीरो दिलजीत दोसांझ (Arjun Patiala) एक Sub-Inspector है। जिसकी पोस्टिंग पंजाब के फिरोजपुर में होती है। यही उसकी मुलाकात अपने हवलदार वरुण शर्मा (ओनिड़ा सिंह) और एक बिजली से तेज रिपोर्टर रितु रंधावा ( कृति सेनन) से होती है। अर्जुन के सीनीयर इंस्पेक्टर और गुरु समान रोनित रॉय का क्राइम-फ्री स्टेट का सपना है। जिसको पूरा करने के लिए अर्जुन – ओनिड़ा के साथ काम पर लग जाता है। अब वो यह सपना कैसे पूरा करता है? पूरी फिल्म इसी भाग-दौड़ में निकल जाती है।
क्या है बढियां
‘अर्जुन पटियाला (Arjun Patiala)’ की खूबियों की बात करें तो इसकी खूबी है दिलजीत दोसांज और कृति सेनन, जिनका अभिनय दर्शकों को फिल्म से बांधे रखता है। हालांकि, अभिनय के मामले में सिर्फ ये दो ही नहीं बल्कि रोनित रॉय, सीमा पाहवा और जिशान अय्यूब ने भी अच्छा काम किया है। इसके अलावा फिल्म के कुछ पल और कुछ डायलॉग लोगों को हंसाने में कामयाब रहते हैं। लेकिन आपको बता दूं, फिल्म में जितनी देर भी पर्दे पर वरुण शर्मा रहते है आप हंसने की उम्मीद रख सकते है। तो उनका काम सबसे उमदा है।
क्या है खराब
फिल्म की कोई कहानी कुछ खास नहीं है। इसके अलावा ये लगातार कॉमेडी का पेस बनाने में भी कामयाब नहीं हो पाती है। जिसके चलते फिल्म कई जगह बोरिंग लगने लगती है। फिल्म का फर्स्ट हॉफ ठीक ठाक हैं। लेकिन सेकेंड हॉफ के क्लाईमेक्स मे कही जाकर चहरें पर हंसी 2 मिनट से ज्यादा टिकती है। फिल्म का रन टाईम 1 घंटे 46 मिनट है लेकिन इसके बावजूद भी बहुत ज्यादा लगता है।
रिव्यू
फिल्म राईटर – डायरेक्टर रोहित जुगराज फिल्म की कहानी को सही तरह से दर्शानें में नाकामयाब रहे है। जिससे यह फिल्म कॉमेडी होने के बावजूद गालों में नही सर में दर्द करती है और दर्शकों को बांधे रखने में कामयाब नही होती है। मेरी तरफ से इसे 2 स्टार्स हैं।